समान प्रश्न, उत्तर के साथ
सवाल: mam mere back me right side bohot pain rehata hai
उत्तर: आपको गैस्ट्रिक प्रॉब्लम हो रही है अतः आप पानी खूब सारा पिए नारियल पानी का सेवन करें और फाइबर युक्त भोजन का सेवन अधिक करें जिससे आपको गैस एसिडिटी या कब्ज की शिकायत ना हो।
सवाल: Hello madam, mere back side me bahut pain karta hai
उत्तर: प्रेगनेंसी में हो रहे बॉडी changes और hormonal changes की वजह से हमें वीकनेस महसूस होती है और कभी इसके कारन कमर में भी दर्द होता है. आप पौष्टिक आहार लेते रहे. पानी और प्रवाही ज्यादा ले. एक साथ बहोत सारा खाना न खाये पर थोड़ा थोड़ा करके हर दो घंटे में कुछ खाये. लम्बे समय तक खड़े होक काम ना करे बिच बिच में थोड़ा आराम ले. और सोते वक़्त अपनी जांघ के निचे तकिया रखकर सोये तो कमर दर्द में रहत होगी.
सवाल: mere back side pain kyu hota hai
उत्तर: hi dear
गर्भावस्था के दौरान हर गर्भवती महिला को पीठ के दर्द से जूझना ही पड़ता है। उनका शरीर अपने अंदर एक शिशु को लिए होता है जिसके भार से उन्हें यह दर्द झेलना पड़ता है। प्रेगनेंसी के दौरान कमर दर्द से लगभग हर महिला गुजरती है।
दर्द होने का मात्र यही कारण नहीं है बल्कि महिला के अंदर हर समय हो रहे हार्मोन में बदलाव भी दर्द का कारण बनते हैं। लेकिन महिलाएं चाहे तो इस नाजुक दौर में कुछ तरीकों से कमर दर्द से राहत पा सकती है।
पोस्चर बनाएं-
शिशु के जन्म के दौरान मां के पेट का भार लगातार नीचे की ओर होता है। इसलिए इस समय मांसपेशियों का पर दबाव ज्यादा होता है तभी गर्भवती महिला को अपना पोस्चर हमेशा बनाएं रखना चाहिये। टहलना, सीधे बैठना, पैरा खीचना और नीचे की ओर न झुकना आपकी कमर पर बिल्कुल भी दबाव नहीं डालेगें। दर्द को अगर कम करना है तो रात को सोते समय पीठ के बजाय करवट लेकर ही सोएं।
ताकिया लगाकर सोएं
आपके बैड के गद्दे जितने अच्छे होंगे आपको नींद भी उतनी ही अच्छी आएगी। कमर पर कम दबाव पडें, इसके लिए अपने घुटनों के नीचे तकिया लगाकर सोएं। अपने घुटनों के बीच तकिया लगाकर सोने से भी आप कमर दर्द से बच सकते हैं।
मसाज
इस दौरान अगर पीठ या कमर में दर्द हो रहा हो तो गरम तेल या बाल्म से मसाज करने से फायदा होता है। तेल शरीर में सर्कुलेशन को तेज़ करता है जिससे मांसपेशियों में कोई मोंच और दर्द नहीं होता। एक बात हमेशा ध्यान रखें की जब आपकी डिलीवरी डेट पास में हो तो, न ज्यादा टहलें और ना ही ज्यादा व्यायाम करें। अगर मासपेशियों पर दबाव को कम करना है तो एक्यूपंचर या एक्यूप्रेशर का सहारा लें।
व्यायाम
प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को हल्के फुल्के व्यायाम करने चाहिये। टहलने और स्ट्रैचिंग करने से नीचे का शरीर कडा होने से बच जाता है।