Answer: सीने और गले में जलन, मुंह में खट्टा और अम्लीय स्वाद, आदि इसके प्रमुख लक्षण हैं। जैसे-जैसे बच्चे का विकास होने लगता है, वैसे-वैसे वह पेट के अंदर के अंगों को ऊपर की ओर ढकेलने लगता है, जिसके कारण पेट में एसिडिटी और जलन की समस्या शुरु हो जाता है। घरेलू उपचार के जरिये इस समस्या का दूर किया जा सकता है।
(1)गर्भावस्था के दौरान सीने में होने वाली जलन को दूर करने के लिए बादाम का सेवन कीजिए। प्रोटीनयुक्त बादाम में तेल पाया जाता है, जो एसिडिटी की समस्या को दूर करने में सहायक है
(2)अदरक के सेवन से पाचन शक्ति बढ़ती है। सीने में जलन के इलाज में भी बहुत कारगर यह अदरक। ताजा अदरक को चबाने या अदरक वाली चाय पीने से पेट की समस्या दूर होती है
(3)दही पाचन तंत्र में सुधार करता है, जिससे खाना आसानी से पच जता है। इसका सेवन करने से गर्भावस्था के दौरान पेट संबंधित समस्या होने की संभावना कम रहती ह
ै(4)एलोवेरा में सीने की जलन को कम करने और एसिडिटी से तुरन्त राहत प्रदान करने की अद्भुत क्षमता पायी जाती है। एलोवेरा जूस को पानी में मिलाकर इसका सेवन कर सकते हैं। इससे पेटमें जलन सभी प्रकार की समस्यायें दूर होती हैं। इसका सेवन गर्भावस्था के दौरान किया जा सकता
(5)गर्भावस्था के दौरान अगर सीने में जलन हो तो नींबू के रस का सेवन कीजिए। एक लीटर पानी में एक छोटा चम्मच नींबू का रस और दो चम्मच शहद अच्छे से मिला लीजिये इससे पाचन क्रिया सुधरती है और एसिडिटी भी नहीं होती। यह सीने की जलन दूर करने का अच्छा तरीका है।
(6)सामान्यतया सौंफ का सेवन अगर किया जाये तो पेट संबंधी किसी भी प्रकार की समस्या नहीं होती है।
Anjali Pawar 4 years old baby
Answer: garbhawastha महिला के जीवन का सबसे खुशनुमा समय होता है। गर्भावस्था के नौ महीनों में कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं से महिलाओं को जूझना पड़ता है, इन समस्याओं का उपचार न किया जाये तो इसका असर गर्भ में पल रहे बच्चे पर भी पड़ सकता है। सीने में जलन इस दौरान होने वाली सामान्य समस्याओं में से एक है। यह समस्या विशेष रूप से तीसरी तिमाही यानी 6 महीने के बाद आम हो जाती है। सीने और गले में जलन, मुंह में खट्टा और अम्लीय स्वाद, आदि इसके लक्षण हैं।
एक समय में बहुत अधिक मात्रा में भोजन लेने की जगह, कम मात्रा में कई बार खायें। ज्यादा देर भूखे रहने से खाने की इच्छा प्रबल होती है और इसके कारण आप अधिक मात्रा में खा लेते हैं। खाने के प्रति ज्यादा प्रोत्साहित होने के कारण ही सीने में जलन की समस्या होती है।कार्बोनेटेड पेय, कैफीन, खट्टे फल, मसालेदार, वसायुक्त भोजन, जंक फूड, प्रोसेस्ड मीट को गैस्ट्रोइंटेस्टिनल ट्रैक्ट के दुश्मनों के रूप में जाना जाता है। इसलिए हर गर्भवती महिला को इस तरह के खाद्य पदार्थों के सेवन से बचना चाहिए। कई एक बार, डिहाइड्रेशन सीने में जलन का कारण बन सकता है। इसलिए खुद को हाइड्रेटेड रखने के लिए दिन में कम से कम 8 से 10 गिलास पानी पीना चाहिए। लेकिन खाने के साथ पानी ना लें।
Shreya Priyanka918 days ago
mai khana km km hi khati hu ,, or din me mujhe bht baar baar bhukh lgti h mai pani v piti hu fir v jalan hoti h
समान प्रश्न, उत्तर के साथ
सवाल:मेंre 9 मंथ chal रहा h और मुझे thode thode दिन me डस्ट क्यों लगाती h
उत्तर: Apke बेबी का हेड डाउन हो Gaya है इज वजह से Apke पेल्विक एरिया पर दबाव ज्यादा पड़ने से हो रहा h
सवाल:5 मंथ chal रहा मेंre निप्पल me दर्द हो रहा ऐसा क्यों ??
उत्तर: प्रेगनेंसी के दौरान निप्पल में दर्द होना नॉर्मल है । प्रेगनेंसी के दौरान बॉडी मे हार्मोन तेजी से बनना शुरू होने लगता है तो ब्लूड की मात्रा भी बढ़ जाती है और यह स्तन को अधिक भारी और फुला हुआ बना देती है। इस सिचुएशन में निप्पल में दर्द होना स्वाभाविक होता है।निप्प्ल मे होने वाले दर्द को दूर करने का उपाय-आप तुलसी की पत्तियों को पीसकर पेस्ट तैयार कर लीजिए और इसे निप्पल के ऊपर लगाएं ।सूखने के बाद धो लीजिए। इससे आपको निप्पल के दर्द में आपको राहत मिलेगी।
आप बर्फ के टुकड़े को एक कपड़े में लपेटकर पोटली बना लीजिए और निप्पल के ऊपरी हिस्से पर बर्फ से सिंकाई करिए इससे भी आपको दर्द से आराम मिल जाएगी।आप निप्पल के ऊपर एलोवेरा जेल लगाकर कुछ देर सूखने दीजिए फिर इसके बाद गर्म पानी से धो लीजिए।
उत्तर: यह आपको गैस के कारण प्रॉब्लम हो रहा है आपके डाइजेशन में थोड़ी प्रॉब्लम हुई है या फिर आपने ज्यादा मसाला तीखा खट्टा खाना खाया है जिससे इस तरह की प्रॉब्लम हो सकती है सुबह में आप गुनगुना पानी पिए और खाने में सिंपल खाना खाए अपने डाइट में एक कटोरी दही जरूर ले इससे डाइजेशन अच्छी होती है और किसी तरह का मसाला तेल का इस्तेमाल कम करें सुबह शाम वॉक करने की कोशिश करें जिससे कि आप हेल्दी रहें और इस तरह की प्रॉब्लम ना हो इसके साथ ही साथ पानी ज्यादा से ज्यादा पिए नारियल पानी का भी सेवन करे.
mai khana km km hi khati hu ,, or din me mujhe bht baar baar bhukh lgti h mai pani v piti hu fir v jalan hoti h