उत्तर: प्रेगनेंसी में ऐसा कई बार होना स्वाभाविक है. पर आप हर दो घंटे में आपको जो पसंद हो थोड़ा सा खाये. एक साथ बहोत सारा खाना न ले. कुछ हल्का जैसे फ्रूट या फ्रूट जूस भी ले सकते हो. और अगर आपको प्रेगनेंसी में कोई कम्प्लीकेशन नहीं है तो आपसे हो सके उतना वाकिंग करे. इससे आपको अच्छा महसूस होगा और खाने का मन भी होगा. आप खाने के बाद आधा चम्मच अजवाइन भी पानी के साथ ले सकते हो. उससे भी आपको अच्छा महसूस होगा.
सवाल:अबी मज़े 3 मंथ कम्पलीट हूये ह तो मज़े खाना में क्या खाना चाहिए
उत्तर: मैं आपको एक डायट चार्ट बनाकर दे रही हूं आप उसको फॉलो करें को फॉलो करने से आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी और आपके बेबी का संपूर्ण विकास होगा
नियमित रूप से 2 गिलास दूध पियें इसके अलावा अन्य dairy प्रोडक्ट्स भी लें।
2. मौसमी फल रोज खाएं।
3. एक बड़ा कटोरा सलाद रोज खाएं।
4. रोटी जरुर खाएं लेकिन सिर्फ आटे और बसं की।
5. विभिन्न प्रकार की दालों को रोज के आहार मे शामिल करें। उरद की दाल ना खाएं इससे गैस बनती है। अगर खाएं तो दिन मे खाएं।
6. फाइबर वाले आहार जैसे जई, अनार के बीज आदि खाए इससे कब्ज नही होगा।
7. रोज हरी और ताजी सब्जियां खाएं।
8. आयरन और कैल्शियम वाले आहार खुब लें।
9. अजिनोमोटो से बचें और जंक फूड ना खाएं ।
10. ऐसा कोई भी भोजन बहुत ज्यादा ना खाएं जिससे गैस बनें। जैसे आलू, मैदे से बनी चीजे, चाय ।
11. खुब पानी पीएं रोज 8 से 10 गिलास। इसके अलावा अन्य पेय पदार्थ भी लें जैसे जूस, छाछ, नारियल पानी आदि।
12. दही, मक्खन और सौंफ़ बीज अपने आहार मे शामिल करें इनसे आपको गैस और हार्ट burn की दिक्कत नही होगी।
13. कैफीनयुक्त पेय से बचें जैसे कॉफ़ी।
14. रोज 2 बादाम भिगोकर खाएं। इसके अलावा अन्य सूखे मेवे जैसे अखरोट, किसमिस, अन्जीर, काजू, पिस्ता ये सब उचित मात्रा मे लें।
उत्तर: हेलो
हा आप सीताफ़ल खा सकती है सर्दी होने पर आप इसे ना खाएं प्रेग्नेंसी में सीताफल खाना अत्यधिक लाभदायक होता है। इससे कमजोरी दूर होती है , उल्टी व जी घबराना ठीक होता है , सुबह की थकान में आराम मिलता है
सीताफल तांबा और फाइबर का प्रचुर स्रोत होता है, जो पाचन तंत्र को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। इससे कब्ज और आँतों की परेशानी कम हो जाती है।,स्वस्थ गर्भावस्था k लिए फोलेट आवश्यक होता है, क्योंकि यह तंत्रिका ट्यूब दोषों की संभावनाओं को रोकता है। सीताफल में फोलेट की उच्च मात्रा होती है, गर्भावस्था के दौरान सीताफल का सेवन गर्भस्राव की संभावना को कम करता है।Sitafal में दूसरे फलों की अपेक्षा आयरन अधिक मात्रा में होता है । इसमें विटामिन सी और आयरन दोनों होने के कारण यह हिमोग्लोबीन बढ़ाने तथा खून की कमी को दूर करने में प्रभावी रहता है।