समान प्रश्न, उत्तर के साथ
सवाल: मरे पेट में बहुत दर्द है और उल्तिया भी बहुत हो रही है क्या करना चाहिए डॉक्टर
उत्तर: पेट में दर्द होने का कारण गैस हो सकता है।
गैस और एसिडिटी के लिए आप सदा बिना मिर्च मसाले का , कम आयल का खाना लीजिए।
खाना हमेसा आसानी से पचने वाला होना चहिय।
गैस के लिए आप अजवायन को पानी में उबाल कर छानकर उसका पानी पी सकती है।
आप खाने के बाद आधा चम्मच सौंफ भी खा सकती है।
इससे आपको गैस में आराम मिलेंगा।
पानी खूब पिय.
प्रेगनेंसी के शुरू के फर्स्ट ३ मंथ में ज्यादातर यह लक्छण आते ही है।। जिसमे आपको थकान , कमजोरि, उलटि, चक्कर आना स्वाभाविक है।
शुरु में हमारे बॉडी में प्रेगनेंसी हॉर्मोन HCGबनता है और बहुत से हार्मोनल चेंजेस होते हैं जिसके कारण उल्टी जैसा फील होता है।
उल्टी के निदान केलिय आप थोड़ी थोड़ी देर में कुछ न कुछ खाते रहिय। जिससे आपके बॉडी में शुगर की लेवल बढ़ेगी और आपको गैस अवं एसिडिटी के कारण उल्टी नहि आएगी।
आप तरल पदार्थ का सेवन ज्यादा कीजिए जिससे बॉडी dehydrate नहीं होगी। संतुलित और पौष्टिक अहार लीजिए जो बेबी के विकासके लिए बहुत जरूरी है।
अगर ज़्यादा दर्द है तो आप डॉक्टर को दिखाइए .
सवाल: मुझे सुबह से पेट के नीचे बहुत दर्द हो रहा है . mujhe क्या करना चाहिए ?
उत्तर: शुरू के कुछ मंथ बेबी जस्ट गर्भाशय में रुका रहता है उसे गर्भाशय के दिवार में अच्छे से जुङने के लिए कुछ जरुरी हॉर्मोन्स हमारी बॉडी में बनते है।। एक बार हमारी बॉडी अच्छे से प्रेगनेंसी के हॉर्मोन निकलना शुरू करदे तब आप हलके फुल्के काम कर सकती है।
कभी कभी पेट में हल्का दर्द हो सकता है. हल्की spoting भी हो सकती हैं।लेकिन अगर ज्यादा दर्द है और लंबे समय तक है तो आप अपने डॉक्टर से जाकर तुरंत संपर्क कीजिए।
जयादा एक्सेरशन ना करे।
भारी सामान ना उठे।
जयादा सीधी न चढ़े उतरे ।
आप चाय कॉफी का सेवन कम कीजिए और सॉफ्ट ड्रिंक अल्कोहल से दूर रहिए बॉडी को हिट करने वाले खाद्य पदार्थ थोड़ा अवॉइड कीजिए नहीं लीजिए जैसे पपीता अनानास तिल तिल के लड्डू गुड़ आप आम बैगन भी कम लीजिए.
हप्पी रहे और पौष्टिक अहार ले।
सवाल: मेरे पेट में नाभि के नीचे बहुत दर्द है तीन दिन से क्या करु
उत्तर: जी हां ऐसा फील होना बिल्कुल ही नॉर्मल है. आप कुछ भी टेंशन ना ले. बच्चे की ग्रोथ जब होती है अंदर यूट्रस में उसका प्रेशर हम नीचे ही महसूस करते हैं .आप अपना ध्यान रखें. खाना पौष्टिक khayen. पानी bahut piyen और पर्याप्त मात्रा में आराम करें .ज्यादा देर खड़ी ना रहे . ज़्यादा दर्द है तों डॉक्टर को दिखायें .