Answer: Hello dear गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को तमाम तरह की परेशानियों से जूझना पड़ता है. इन सबसे निपटते हुए उसके दिमाग में एक ही बात चलती रहती है कि उसे डिलिवरी के लिए ऑप्रेशन न करवाना पड़े. ऐसे में हर गर्भवती महिला नार्मल डिलिवरी चाहती है क्योंकि ऑप्रेशन उस वक्त तो दर्द से बचा लेता है, लेकिन बाद में जोड़ों में दर्द और पेट की तमाम परेशानियां दे जाता है. ऐसे में अगर गर्भवती महिलाएं रोज़ाना के कामों के साथ ये 6 उपाय अपनाएंगी तो आसानी से नॉर्मल डिलीवरी कर पाएंगी. खान पान :प्रेग्नेंसी में सबसे ज़रूरी है अच्छी डाइट. ऐसे में अपने खान पान का विशेष ध्यान रखें और अपने आहार में ज्यादा से ज्यादा पौष्टिक आहारों को शामिल करें. लेकिन, इस दौरान एक बात का ध्यान रखें कि ओवरइटिंग ना करें, इससे आपका वज़न और बढ़ सकता है, जिससे नॉर्मल डिलवरी के चांसेस कम हो जाएंगे. पानी पीना :गर्भावस्था में आप जितना ज्यादा पानी पीएंगी, नार्मल डिलिवरी के चांसेज उतना ज्यादा हो जाएंगे. दरअसल, गर्भ में एक थैली होती है, इसी में बच्चा रहता है. इस थैली को एमनियोटिक फ्लूड कहते हैं और इसी से बच्चे को ऊर्जा मिलती है. इसलिए, प्रतिदिन 8 से 10 गिलास पानी पीना बेहद आवश्यक है. टेंशन ना ले :प्रेग्नेंसी के दौरान कभी भी स्ट्रेस और टेंशन ना लें. चाहे कितनी भी परेशानियां आ जाएं खुद को खुश रखें. वैसे, इस दौरान आप अपनी मनपसंद किताबें पढ़े या मनपसंद गाने सुनें. एक्टिव रहे :आमतौर पर गर्भवती महिलाएं कमज़ोरी का बहाना बनाकर हमेशा बिस्तर पर लेटी रहती है. परंतु, इस दौरान खुद को ज्यादा से ज्यादा एक्टिव रखने के साथ-साथ टहलने पर भी ध्यान देना चाहिए. ब्रिदिंग एक्सरसाइज: ब्रिदिंग एक्सरसाइज़ करने से न केवल गर्भ में पल रहे शिशु तक ऑक्सीज़न पहुंचेगी बल्कि आप लेबर के दौरान होने वाले दर्द को भी ज़्यादा वक्त तक सहन कर पाएंगी. व्यायाम: गर्भावस्था के दौरान हल्का-फुल्का व्यायाम करते रहना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से महिला तनावमुक्त रहती है. परंतु, इस दौरान एक बात का ध्यान अवश्य रखें कि कोई भी व्यायाम करने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लें ले क्योंकि छोटी-सी भूल भी आपके बच्चे के लिए नुकसानदायक हो सकती है. ख्याल रखना.