सभी माता पिता चाहते हैं कि उनके घर में एक सुंदर और संस्कारी बच्चा पैदा हो, और यकीन मानिए दुनिया का हर बच्चा अपने आप में बेहद सुंदर होता है, ऐसे में अपने बच्चे की बाकी बच्चों तुलना करना ठीक नहीं है। समाज में बुद्धिमान व संस्कारी बच्चा पाने से जुड़ी कई बातें प्रचलित हैं, लेकिन उनमें से ज्यादातर बातें सच नहीं हैं।
इस ब्लॉग में हम आपको बुद्धिमान व संस्कारी बच्चा पाने से जुड़े कुछ मिथक और उनकी सच्चाई के बारे में बता रहे हैं।
मिथक 1. गर्भवती के शास्त्रीय संगीत सुनने से संस्कारी बच्चा पैदा होगा।
(Garbh me bacha sundar aur sanskari hone ke upay ke myths : pregnancy me classical music sune)
सच्चाई - इस मिथक के अनुसार अगर गर्भावस्था के दौरान गर्भवती शास्त्रीय संगीत सुने, तो उसका बच्चा बुद्धिमान और संस्कारी पैदा होगा - यह सच नहीं है। गर्भावस्था में शांत संगीत सुनने से गर्भवती को तनाव से राहत मिल सकती है, लेकिन इसका शिशु के सुंदर व बुद्धिमान होने से कोई सीधा संबंध नहीं है।
मिथक 2. गर्भ में पल रहे बच्चे से बात करने से बुद्धिमान व संस्कारी बच्चा पैदा होगा।
(Garbh me bacha sundar aur sanskari hone ke upay ke mithak : garbhavastha me smart baby pane ke liye baby se baat kare)
सच्चाई - इस मिथक के अनुसार यदि गर्भवती महिला अपने बच्चे से बात करती है, तो शिशु का दिमाग तेज होता है और संस्कारी व बुद्धिमान बच्चा पैदा होता है। गर्भ में पल रहा शिशु माँ की बात ठीक से सुन व समझ नहीं सकता है, लेकिन कई माँएं दावा करती हैं कि उनकी आवाज़ सुनकर बच्चा पेट में लात मारता है। ऐसे यह कहना मुश्किल है कि यह मिथक सच है या झूठ।
मिथक 3. गर्भवती के पेट पर हाथ फेरने से बुद्धिमान व संस्कारी शिशु पैदा होगा।
(Garbh me bacha sundar aur sanskari hone ke upay ke myths : garbhvati apne pet par hath fere)
सच्चाई - कई लोग मानते हैं कि गर्भावस्था के दौरान अगर गर्भवती अपने पेट पर हाथ फेरती है, तो पैदा होने वाले बच्चे की दिमागी क्षमता बढ़ती है। तीसरी तिमाही में शिशु आपके हाथों का स्पर्श महसूस कर सकता है, लेकिन इसका आपके बच्चे के सुंदर और बुद्धिमान होने से कोई संबंध नहीं है। इस मिथक के सच होने का कोई आधिकारिक प्रमाण नहीं है।
मिथक 4. गर्भ में पल रहे बच्चे को कहानी सुनाने से वह बुद्धिमान व संस्कारी बनेगा।
(Garbh me bacha sundar aur sanskari hone ke upay ke myths : garbhvati baby ko kahani sunaye)
सच्चाई - कई घरों में मान्यता है कि अगर गर्भावस्था में बच्चे को कहानी सुनाई जाए तो उसका दिमाग तेज होता है। गर्भावस्था के अंतिम दौर में बच्चा माँ की आवाज़ पहचान सकता है, लेकिन इसका बच्चे का दिमाग तेज होने से कोई सीधा संबंध नहीं है। इसलिए कहना मुश्किल है कि यह मिथक सच है या नहीं।
मिथक 5. अगर गर्भवती अपना वजन नियंत्रित रखे तो बुद्धिमान व संस्कारी शिशु पैदा होगा।
(Garbh me bacha sundar aur sanskari hone ke upay ke myths : garbhavati ka vajan kam badhe)
सच्चाई - इस मिथक के अनुसार गर्भावस्था के दौरान जिन महिलाओं का वजन ज्यादा नहीं बढ़ता, उनके बच्चे बुद्धिमान पैदा होते हैं, क्योंकि महिला का वज़न कम बढ़ने से उसका शिशु भी कम वज़नी होता है और वह आसानी से पैदा हो जाता है। जबकि ज्यादा वज़नी महिला के शिशु का वज़न भी ज्यादा होता है, ऐसे शिशु के जन्म में परेशानी आती है और इससे उसकी दिमागी क्षमता पर असर पड़ता है। यह मिथक सच नहीं है। गर्भवती को पर्याप्त मात्रा में पौष्टिक भोजन खाना चाहिए, क्योंकि अगर बच्चे को पर्याप्त मात्रा में पोषण नहीं मिला तो वह दिमागी व शारीरिक रूप से कमज़ोर पैदा हो सकता है।
मिथक 6. गर्भावस्था में तनाव कम लेने से संस्कारी व बुद्धिमान शिशु पैदा होगा।
(Garbh me bacha sundar aur sanskari hone ke upay ke myths : garbhavstha me tanav kam le)
सच्चाई - इस मिथक के अनुसार अगर गर्भवती अपनी गर्भावस्था के दौरान खुश रहती है, तो उसके गर्भ में पल रहा बच्चा संस्कारी व बुद्धिमान बनता है। यह सच है कि गर्भावस्था के दौरान तनाव से बच्चे के शारीरिक व दिमागी विकास पर बुरा असर पड़ता है, लेकिन तनाव ना लेने से बच्चा सुंदर, संस्कारी व बुद्धिमान बनेगा इसकी कोई निश्चित सम्भावना नहीं है। हालांकि गर्भावस्था में तनाव से दूर रहना आपके व आपके शिशु के स्वास्थ्य के लिये अच्छा होता है, इसलिए खुश रहें और चिंता ना करें।
मिथक 7. गर्भावस्था में चीनी कम खाने से बच्चे का दिमाग तेज होगा।
(Garbh me bacha sundar aur sanskari hone ke upay ke myths : pregnancy me sugar kam khaye)
सच्चाई - इस मिथक के अनुसार बुद्धिमान व संस्कारी बच्चा पाने के लिए गर्भवती को गर्भावस्था के दौरान चीनी कम खानी चाहिए। यह मिथक सच नहीं है। लेकिन गर्भावस्था में मीठा कम खाना गर्भवती और शिशु के स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है, साथ ही इससे गर्भावस्था में शुगर (gestational diabetes in hindi) का खतरा भी कम होता है।
मिथक 8. गर्भावस्था में बादाम का दूध पीने से बच्चे का दिमाग तेज होगा।
(Garbh me bacha sundar aur sanskari hone ke upay ke myths : garbhavastha me badam ka dudh piye)
सच्चाई - इस मिथक के अनुसार अगर गर्भवती महिला गर्भावस्था के दौरान बादाम का दूध पीती है, तो उसके बच्चे का दिमाग तेज होता है। यह मिथक सच नहीं है। बादाम में ओमेगा 3 फैटी एसिड होता है, जो शिशु के दिमागी विकास के लिए बहुत ज़रूरी है, लेकिन इसका शिशु के बुद्धिमान व सुंदर होने से कोई संबंध नहीं है। साथ ज्यादा मात्रा में बादाम का दूध पीना माँ व शिशु की सेहत के लिए नुकसानदेह हो सकता है।
मिथक 9. गर्भावस्था में ताज़ा फल खाने से शिशु का दिमाग तेज होगा।
(Garbh me bacha sundar aur sanskari hone ke upay ke myths : pregnancy me taja fruits khaye)
सच्चाई - मिथक के अनुसार गर्भावस्था में ताज़ा फल खाने से गर्भ में पल रहे शिशु का दिमाग तेज होता है। यह मिथक सच नहीं है। गर्भावस्था में फल खाने से माँ व शिशु सेहतमंद रहते हैं, लेकिन इसका शिशु के बुद्धिमान व सुंदर होने से कोई संबंध नहीं है। फिर भी अच्छी सेहत के लिए गर्भावस्था के दौरान आप ताज़ा फल ज़रूर खाएं।
मिथक 10. गर्भावस्था में सिलाई कढ़ाई करने से बच्चा बुद्धिमान व संस्कारी बनेगा।
(Garbh me bacha sundar aur sanskari hone ke upay ke myths : pregnancy me silai kadhai kare)
सच्चाई - इस मिथक के अनुसार अगर गर्भवती महिला अपनी गर्भावस्था के दौरान सिलाई - कढ़ाई जैसे रचनात्मक काम करती है, तो इससे उसके गर्भ में पल रहे बच्चे का दिमाग तेज होता है। इस विषय में कई शोध हो चुके हैं, कुछ विशेषज्ञ इसे सच मानते हैं, वहीं कई विशेषज्ञ अभी इस बारे में सहमत नहीं है। इसलिए यह कहना मुश्किल है कि, यह मिथक सच है या नहीं। लेकिन अगर आपको रचनात्मक काम करना पसंद है, तो आप गर्भावस्था के दौरान मन की शांति के लिए ये सब काम कर सकती हैं।
सुंदर और बुद्धिमान बच्चा पाने की चाहत हर माँ को होती है, लेकिन इसके लिए किसी तरह के अंधविश्वास पर यकीन ना करें। बच्चे को बुद्धिमान बनाना आपके हाथों में है, अच्छा खाना खाकर उसकी अच्छी परवरिश की तैयारी करें और अपनी सेहत का खयाल रखें।
अगर आप अच्छा खाएंगी और पर्याप्त आराम करेंगी तो उसका शारीरिक व मानसिक विकास बेहतर ढंग से हो पायेगा और आप एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दे सकेंगी।