


- बेबी मालिश टिप्स 1 (baby massage tips in hindi) - स्नान से पहले बच्चों की मालिश करना उनकी सेहत के लिए अच्छा होता है।
- बेबी मालिश टिप्स 2 (baby massage tips in hindi) - शिशु को नहलाने के बाद भी उसकी मालिश करना अच्छा होता है, क्योंकि इससे शिशु को बहुत आराम मिलता है और वो सो जाता है।
- बेबी मालिश टिप्स 3 (baby massage tips in hindi) - शिशु को सुलाने से पहले शिशु की मालिश कर सकती हैं, इससे शिशु को अच्छी नींद आती है।
- बेबी मालिश टिप्स 4 (baby massage tips in hindi) - शिशु के खेलने के समय उसकी मालिश कर सकती हैं, क्योंकि छोटे बच्चों को मालिश भी एक मजेदार खेल की तरह लगती है।
- बेबी मालिश टिप्स 5 (baby massage tips in hindi) - शिशु को स्तनपान (stanpan) कराने के कम से कम एक घण्टे बाद ही शिशु की मालिश करें।


- सबसे पहले शिशु के कपड़े उतारें, चाहें तो उसका डायपर ना उतारें।
- फिर बिस्तर के बीच में या ज़मीन पर एक नर्म तौलिया या चादर बिछाकर शिशु को उस पर लिटाएं।
- तेल की कुछ बूंदें अपने हाथ में लेकर दोनों हथेलियों को आपस में रगड़ें और सबसे पहले शिशु के पैरों के तलवों पर हल्के हाथों से तेल लगाएं।
- अब हाथों में दोबारा थोड़ा तेल लें और दोनों पैरों की एक एक करके मालिश करें।
- हल्के हाथों से शिशु की टाँगों को चूड़ी पहनने के अंदाज में रगड़ें।
- इसी तरह शिशु के हाथ की मालिश करते समय सबसे पहले उसकी हथेलियों पर तेल लगाएं और फिर दोनों हाथों की पैरों की तरह ही मालिश करें।
- इसके बाद शिशु के हाथ और पैरों की अंगुलियों को हल्के हाथों से पकड़ कर बाहर खींचें, ज्यादा जोर ना लगाएं इससे उसे चोट लग सकती है।
- अब शिशु के कंधों की मालिश करें।
- शिशु की छाती और पेट की मालिश करते समय हाथों को शिशु की छाती और पेट पर गोल गोल घुमाते हुए मालिश करें। इससे उसका पाचन तंत्र स्वस्थ रहता है। पेट की मालिश के दौरान शिशु के पेट को ना दबायें, क्योंकि इससे शिशु को चोट लग सकती है।
- अब शिशु को पलट कर पेट के बल सुला दें, इसके बाद हल्के हाथों से पींठ व कूल्हों पर तेल लगाएं और हथेली से धीरे धीरे रगड़ें।
- पींठ की मालिश के दौरान शिशु की रीढ़ की हड्डी पर दबाव ना डालें, इससे शिशु को चोट लग सकती है।



- बच्चों की मालिश से उनका सामाजिक और मानसिक विकास होता है। एक रिसर्च के अनुसार मालिश के समय होने वाले स्पर्श से बच्चे का दिमाग अधिक सक्रिय होने लगता है।
- बच्चों की मालिश करने से शिशु व माँ दोनों का तनाव कम होता है, क्योंकि मालिश से माँ और शिशु के शरीर में ऑक्सीटोसिन हार्मोन (oxytocin hormone in hindi) का स्तर बढ़ जाता है जो कि खुशी महसूस करवाने वाला हार्मोन (hormone in hindi) है।
- छोटे बच्चों की मालिश करने से उनके शरीर का विकास सही तरह से होता है और इसके अलावा शरीर के अंगों के तालमेल में सुधार होता है।
- सोने से पहले बच्चों की मालिश करने से उन्हें अच्छी और गहरी नींद आती है।
- नियमित रूप से छोटे बच्चों की मालिश करने से उनकी मांसपेशियां मजबूत होती हैं।
- शिशु के पेट की मालिश करने से उसे कब्ज (baby constipation in hindi) की समस्या से राहत मिल सकती है। इसके साथ ही बच्चों की मालिश करना पेट की अन्य कई समस्याएं जैसे कोलिक (colic in hindi) आदि कम करने में सहायक है।
- गुनगुने तेल से बच्चों की मालिश (छह माह से अधिक उम्र के बच्चे) करने से उन्हें खाँसी ज़ुकाम (baby cough cold in hindi) की समस्या से राहत मिलती है।
- बच्चों की मालिश करने से उनमें हिचकी की समस्या कम हो सकती है।
- अगर शिशु पीलिया (jaundice in hindi) की समस्या से पीड़ित है, तो ऐसे बच्चों की मालिश करने से उन्हें आराम मिलता है। हालांकि शिशु की मालिश करने से पीलिया ठीक नहीं होता।

- अगर शिशु को खुजली की समस्या (eczima in hindi) है, तो उसकी मालिश ना करें।
- बुखार होने पर बच्चों की मालिश न करें।
- अगर मालिश से शिशु को किसी तरह की समस्या हो रही है, तो उसकी मालिश ना करें और डॉक्टर से सलाह लें कि आपके शिशु के लिए क्या बेहतर होगा।
- अगर शिशु को मालिश करवाना पसंद नहीं है, तो जबरदस्ती उसकी मालिश ना करें।
- बच्चों की मालिश के टिप्स (baby malish tips in hindi) - शिशु की मालिश के लिए ऐसी जगह चुनें, जहाँ आप शिशु की आराम से मालिश कर सकें।
- बच्चों की मालिश के टिप्स (baby malish tips in hindi) - अगर शिशु खुद पलटने लगा है तो शिशु की मालिश करने के लिए उसे ऐसी जगह लिटाएं, जहाँ उसे पलटने पर गिरने का खतरा ना हो, क्योंकि शिशु के शरीर पर तेल लगा होने की वजह से वो आपके हाथों से भी फिसल सकता है। बिस्तर के बीच में या जमीन पर लिटाकर बच्चों की मालिश करना सबसे सुरक्षित होता है।
- बच्चों की मालिश के टिप्स (baby malish tips in hindi) - मालिश करने से पहले शिशु के नीचे एक नर्म तौलिया या चादर बिछा दें, ताकि चादर या तौलिया अतिरिक्त तेल सोख सके।
- बच्चों की मालिश के टिप्स (baby malish tips in hindi) - बच्चों की मालिश के कमरे में बाहर से हवा सीधे अंदर नहीं आनी चाहिए।
- बच्चों की मालिश के टिप्स (baby malish tips in hindi) - शिशु को मालिश के बीच में कभी अकेला ना छोड़ें।
- बच्चों की मालिश के टिप्स (baby malish tips in hindi) - गर्मी के समय शिशु की मालिश वाले कमरे में थोड़ी ठंडक व सर्दी के समय बच्चों की मालिश के कमरे में थोड़ी गर्माहट होनी चाहिए।
- बच्चों की मालिश के टिप्स (baby malish tips in hindi) - बच्चे की मालिश का ज़रूरी समान पहले से अपने पास रख लें।
- बच्चों की मालिश के टिप्स (baby malish tips in hindi) - अगर किसी अंग की मालिश करते समय बच्चा रोने लगे तो वहाँ मालिश ना करें।
- बच्चों की मालिश के टिप्स (baby malish tips in hindi) - बच्चों की मालिश करते समय हल्के हाथों का उपयोग करें, शिशु के शरीर पर ज्यादा दबाव ना डालें।
- बच्चों की मालिश के टिप्स (baby malish tips in hindi) - बच्चे की मालिश करते समय उसकी तरफ़ मुस्कुराएं और उससे बात करें, जब वो आपकी तरफ देखे तो उससे नज़रें मिलायें, इससे उसे मालिश करवाने में मजा आने लगेगा।
- बच्चों की मालिश के टिप्स (baby malish tips in hindi) - बच्चों की मालिश हो जाने के बाद उनकी हथेलियों व पैरों से तेल पौंछ दें, ताकि अगर शिशु हाथ या पैर मुँह में डाल ले, तो उसके मुंह में तेल ना जाये।
- बच्चों की मालिश के टिप्स (baby malish tips in hindi) - शिशु की मालिश करने की एक दिनचर्या बनाएं।
इस ब्लॉग के विषय - बच्चों की मालिश कब कर सकते हैं? (Baby ki malish ki kab kar sakte hai),
बच्चों की मालिश करने का सही समय क्या है? (Bache ki malish kis samay kare),एक दिन में कितनी बार शिशु की मालिश करनी चाहिए? (Din me kitni bar bache ki malish karni chahiye),बच्चों की मालिश कैसे करें? (Bache ki malish kaise kare),
क्या नवजात शिशु के सिर की मालिश कर सकते हैं? (Kya bache ke sir ki malish karna safe hai),
शिशु के सिर की मालिश कैसे करें? (Baby ke sir ki malish kaise kare),
बच्चों की मालिश से उन्हें क्या फायदे होते हैं? (Bache ki malish ke kya fayde hote hai),
किन स्थितियों में बच्चों की मालिश नहीं करनी चाहिए? (Bache ki malish kab nahi karni chahiye),
बच्चों की मालिश करने के टिप्स (baby massage tips in hindi)