
- पहले महीने में शिशु के अंगों का विकास (गर्भ में बच्चे का विकास)
- इस दौरान बच्चे की आंख से शुरुआत होकर उसका मुंह, जबड़ा और गले का विकास होने लगता है।
- पहले महीने में शिशु का आंतरिक विकास (गर्भ में बच्चे का विकास)
- गर्भावस्था के पहले महीने में शिशु की रक्त कोशिकाएं (blood cells in hindi) और रक्त संचार शुरू होने लगता है।
- पहले महीने में शिशु का आकार (गर्भ में बच्चे का विकास)
- गर्भावस्था के पहले महीने में आपका बच्चा बिल्कुल चावल के दाने के आकार का होता है।
- गर्भावस्था के पहले महीने के अंत तक अब आपका शिशु 6 से 7 मिमी. (1/4 इंच) लंबा हो जाता है।

- दूसरे महीने में शिशु के अंगों का विकास (गर्भ में बच्चे का विकास)
- गर्भावस्था के दूसरे महीने में शिशु के चहरे के साथ-साथ उसके कान बनने शुरू होंगे।
- हाथों के स्थान पर अब उभार आने शुरू हो जाते हैं।
- पैर और पैरों की उंगलियां बनने की भी शुरुआत हो जाती है।
- दूसरे महीने में शिशु का आंतरिक विकास (गर्भ में बच्चे का विकास)
- शिशु का मस्तिष्क, नर्वस सिस्टम, पाचन तंत्र, रीढ़ की हड्डी आदि इस महीने में विकसित होते हैं।
- जो हड्डियां नरम होती हैं, इस महीने में वो कड़ी होनी शुरू हो जाती हैं।
- इसके अलावा आपको दूसरे महीने के आखिरी चरण तक अल्ट्रासाउंड (सोनोग्राफी) में फीटल पोल (fetal pole) भी नज़र आएगा।
- दूसरे महीने में शिशु की हलचल (गर्भ में बच्चे का विकास)
- शिशु हलचल करना शुरू कर देता है लेकिन बच्चे के लात मारने की हलचल को मां महसूस नहीं कर पाती।
- दूसरे महीने में शिशु का आकार (गर्भ में बच्चे का विकास)
- दूसरे महीने के अंत तक आपका शिशु लगभग 2.54 सेमी (एक इंच) लंबा और गर्भ में बच्चे का वज़न लगभग 9.54 ग्राम हो जाता है।

- तीसरे महीने में शिशु के अंगों का विकास (गर्भ में बच्चे का विकास)
- गर्भावस्था के तीसरे महीने के खत्म होने तक आपके शिशु के अंग पूरी तरह विकसित हो चुके होते हैं।
- तीसरे महीने तक शिशु के हाथ, पैर, पैरों की उंगलियां पूरी तरह बन चुकी होती हैं।
- इस महीने उसके दांत बनने शुरू हो जाते हैं।
- उसके बाहर के कान और नाखून भी बन चुके होते हैं।
- इसके अलावा शिशु के गुप्त अंग भी विकसित होने शुरू हो जाते हैं लेकिन इस महीने में शिशु के लिंग का पता नहीं लगाया जा सकता।
- तीसरे महीने में शिशु का आंतरिक विकास (गर्भ में बच्चे का विकास)
- शिशु के शरीर में नसें बन चुकी हैं और पेशाब करने का रास्ता भी बन चुका है।
- तीसरे महीने में शिशु की हलचल (गर्भ में बच्चे का विकास)
- शिशु अब अपनी मुट्ठी को खोल बंद कर सकता है।
- तीसरे महीने में शिशु का आकार (गर्भ में बच्चे का विकास)
- तीसरे महीने के अंत तक आपका शिशु 7.6 से 10 सेमी (करीब 4 इंच) तक लंबा होगा और गर्भ में बच्चे का वज़न करीब 28 ग्राम हो जाता है।

- चौथे महीने में शिशु के अंगों का विकास (गर्भ में बच्चे का विकास)
- इस महीने में शिशु की पलकें, आइब्रो, नाखूनों का विकास होने लगता है।
- वहीं शिशु के गुप्त अंग भी अच्छी तरह विकसित हो जाते हैं।
- इस महीने में आप चाहें तो डॉप्लर की सहायता से शिशु की दिल धड़कनें भी सुन सकती हैं - डॉप्लर अल्ट्रासाउंड (doppler scan) स्कैन का ही एक प्रकार है जिससे गर्भ में शिशु के स्वास्थ्य का पता लगाया जाता है, इसके ज़रिए आप शिशु के दिल की धड़कन (baby ki hearbeat) भी सुन सकती हैं।
- चौथे महीने में शिशु की हलचल (गर्भ में बच्चे का विकास)
- इसके अलावा अब बच्चा अंगूठा चूस सकता है, अंगड़ाई ले सकता है और उबासी भी ले सकता है
- चौथे महीने में शिशु का आकार (गर्भ में बच्चे का विकास)
- महीने के अंत तक शिशु छह इंच लंबा (15 सेमी.) और गर्भ में बच्चे का वज़न 112 ग्राम हो जाता है।

- पांचवे महीने में शिशु के अंगों का विकास (गर्भ में बच्चे का विकास)
- गर्भावस्था के पांचवे महीने में शिशु के सिर पर बाल और कंधे, पीठ और माथे पर पतले और मुलायम बाल आने लगते हैं जो बच्चे की रक्षा करते हैं। जन्म के एक सप्ताह बाद ही ये बाल झड़ना शुरू हो जाते हैं।
- इसके अलावा शिशु की त्वचा पर एक सफेद परत आ जाती है जिसे वर्निक्स कैसेओस (vernix caseosa in hindi) कहा जाता है। यह परत शिशु की रक्षा उस समय करती है जब जन्म से पहले एम्नियोटिक द्रव (amniotic fluid) धीरे-धीेर खत्म होने लगता है।
- पांचवे महीने में शिशु का आंतरिक विकास (गर्भ में बच्चे का विकास)
- इस महीने में शिशु की मांसपेशियां विकसित हो चुकी होती हैं।
- पांचवे महीने में शिशु की हलचल (गर्भ में बच्चे का विकास)
- यही वो महीना है जिसमें आप अपने शिशु की हलचल महसूस करना शुरू कर देती हैं। अब शिशु अंगड़ाइयां लेना शुरू कर देता है।
- पांचवे महीने में शिशु का आकार (गर्भ में बच्चे का विकास)
- गर्भावस्था के पांचवे महीने के अंत तक शिशु 25 सेमी. (10 इंच) लंबा हो जाता है और गर्भ में बच्चे का वज़न लगभग 400 ग्राम हो जाता है।

- छठे महीने में शिशु के अंगों का विकास (गर्भ में बच्चे का विकास)
- इस महीने में शिशु की त्वचा लाल रंग की हो जाती है और वह झुर्रीदार हो जाती है।
- पारदर्शी त्वचा पर नसें साफ नज़र आने लगती हैं।
- अब शिशु के हाथों और पैरों की उंगलियों पर निशान (फिंगर प्रिंट्स - finger prints in hindi) बनने लगते हैं।
- छठे महीने में शिशु की हलचल (गर्भ में बच्चे का विकास)
- अब उसकी आंखें खुलने लगती हैं।
- इस महीने में शिशु की हलचल बढ़ जाती है और वो हिचकियां भी ले सकता हैं।
- शिशु के हिचकियां लेने पर आपको पेट में झटके का अहसास हो सकता है।
- सोनोग्राफी के ज़रिये आप बच्चे की हलचल देख पाएंगी।
- छठे महीने में शिशु का आकार (गर्भ में बच्चे का विकास)
- गर्भावस्था का छठा महीना यानी दूसरी तिमाही का आखिरी महीना जिसमें आपका शिशु 30 सेमी. लंबा (12 इंच) और अब गर्भ में बच्चे का वज़न करीब एक किलो हो जाता है।

- सातवें महीने में शिशु का आंतरिक विकास
- गर्भावस्था की तीसरी तिमाही में शिशु के शरीर में वसा (फैट) बननी शुरू हो जाती है।
- सातवें महीने में शिशु की हलचल
- इस महीने में आपका शिशु करवट ले सकता है और अब उसके सुनने की क्षमता विकसित हो चुकी है। इस महीने में शिशु बाहर की आवाज़ों और रोशनी होने पर अपनी प्रतिक्रिया दे सकता है
- सातवें महीने में शिशु का आकार
- इस दौरान बच्चा 36 सेमी. (14 इंच) लंबा और गर्भ में बच्चे का वज़न एक से दो किलो का हो सकता है।

- आठवें महीने में शिशु के अंगों का विकास (गर्भ में बच्चे का विकास)
- उसके अंदर के अंगों का विकास हो चुका है लेकिन अभी भी फेफड़े पूरी तरह विकसित नहीं हुए हैं
- आठवें महीने में शिशु का आंतरिक विकास (गर्भ में बच्चे का विकास)
- इस महीने में भी शिशु में वसा (फैट) बननी जारी रहती है।
- इस महीने में शिशु के मस्तिष्क का लगातार विकास होता है और अब उसकी देखने और सुनने की क्षमता पूरी तरह विकसित हो चुकी है।
- आठवें महीने में शिशु की हलचल (गर्भ में बच्चे का विकास)
- इसके साथ ही इस माह में आपको शिशु का लात मारना (baby kick - baby movement in pregnancy in hindi) भी महसूस होगी।
- आठवें महीने में शिशु का आकार (गर्भ में बच्चे का विकास)
- आपका शिशु 46 सेमी. (18 इंच) का हो जाता है और गर्भ में बच्चे का वज़न 2.27 किलो हो जाता है।

- नौवें महीने में शिशु की गतिविधि (गर्भ में बच्चे का विकास)
- इस महीने में शिशु अपनी पॉजिशन बदल लेता है और उसका सिर नीचे की ओर जन्म देने वाली नलिका में आ जाता है।
- नौवें महीने में शिशु का आकार (गर्भ में बच्चे का विकास)
- गर्भावस्था के आखिरी माह तक उसका वज़न 3.2 किलो और उसकी लंबाई 50 इंच (18 से 20 इंच) हो जाती है।
इस ब्लॉग के विषय - गर्भ में बच्चे का विकास (Fetal development in hindi) - पहला महीना (Pregnancy first month baby growth in hindi),
गर्भ में बच्चे का विकास (Fetal development in hindi) - दूसरा महीना (Pregnancy second month baby growth in hindi),गर्भ में बच्चे का विकास (Fetal development in hindi) - तीसरा महीना (Pregnancy third month baby growth in hindi),गर्भ में बच्चे का विकास (Fetal development in hindi) - चौथा महीना (Pregnancy fourth month baby growth in hindi),गर्भ में बच्चे का विकास (Fetal development in hindi) - पांचवा महीना (Pregnancy fifth month baby growth in hindi),गर्भ में बच्चे का विकास (Fetal development in hindi) - छठा महीना (Pregnancy sixth month baby growth in hindi),
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गर्भ में बच्चे का विकास (Fetal development in hindi) - नौवा महीना (Pregnancy ninth month baby growth in hindi),
गर्भ में शिशु का लिंग पता लगाना - लड़का है या लड़की (garbh me shishu ka ling pata lagana - ladka hai ya ladki)