1. क्या प्रेगनेंसी में कब्ज की समस्या आम है? (kya pregnancy me kabj ki samasya aam hai)
2. प्रेगनेंसी में कब्ज की समस्या कब होती है? (pregnancy me kabj ki samasya kab hoti hai)
3. प्रेगनेंसी में कब्ज के लक्षण क्या होते है? (pregnancy me kabj ke lakshan kya hote hai)
4. प्रेगनेंसी में कब्ज होने के क्या कारण होते हैं? (pregnancy me kabj hone ke kya karan hai)
5. प्रेगनेंसी में कब्ज होने पर क्या खाना चाहिए? (pregnancy me kabj hone par kya khana chahiye)
6. प्रेगनेंसी में कब्ज दूर करने के लिए क्या व्यायाम करें? (pregnancy me kabj dur karne ke liye kya exercise kare)
7. प्रेगनेंसी में कब्ज दूर करने के घरेलू उपाय क्या हैं? (pregnancy me kabj dur karne ke liye gharelu upay kya hai)
8. प्रेगनेंसी में कब्ज से कैसे बचें? (pregnancy me kabj se kaise bache)
9. प्रेगनेंसी में कब्ज की समस्या शिशु के लिए कितनी हानिकारक होती है? (pregnancy me kabj ki samasya bacche ke liye kitna hanikarak hoti hai)
1. क्या प्रेगनेंसी में कब्ज की समस्या आम है? (kya pregnancy me kabj ki samasya aam hai)



- गर्भावस्था में कब्ज के लक्षण : एक या दो दिन के अतंराल में मल त्याग : एक या दो दिन के अंतराल में मल का न आना गर्भावस्था में कब्ज की समस्या का एक लक्षण हो सकता है। इसकी वजह आंतों में मल का फंसा रह जाना या धीरे आगे बढ़ना हो सकती है, जिससे मल सूख जाता है और उसे बाद में त्यागने में परेशानी होती है।
- गर्भावस्था में कब्ज के लक्षण : पेट के निचले हिस्से में दर्द : गर्भावस्था में कब्ज की समस्या होने पर अक्सर मल त्यागने से पहले पेट के निचले हिस्से में दर्द महसूस होता है।
- गर्भावस्था में कब्ज के लक्षण : मुंह से गंध आना : प्रेगनेंसी के दौरान सुबह अगर गर्भवती महिला को मुंह से गंध आने की परेशानी होती है तो यह कब्ज का लक्षण हो सकता है।
- गर्भावस्था में कब्ज के लक्षण : गुदा से खून आना : यदि मल त्याग करते समय आपके गुदा से खून आता है तो आपको कब्ज की समस्या हो सकती है।
- गर्भावस्था में कब्ज के लक्षण : भूख न लगना : प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को भूख न लगना भी कब्ज का संकेत हो सकता हैं।
- गर्भावस्था में कब्ज के लक्षण : पेट सख्त होना : जब भोजन आंतों में इक्ट्ठा हो जाता है तो पेट सख्त हो जाता है और इससे गर्भावस्था में कब्ज (constipation during pregnancy in hindi) होता है।
- गर्भावस्था में कब्ज के लक्षण : पेट का फूलना : अचानक पेट के फूलने को भी गर्भावस्था में कब्ज का लक्षण माना जाता है।

- शरीर में प्रोजेस्टेरोन हार्मोन की वृद्धि होने से : गर्भावस्था में कब्ज (constipation during pregnancy in hindi) की समस्या का मुख्य कारण शरीर में प्रोजेस्टेरोन हार्मोन (progesterone hormone in hindi) की वृद्धि होती है। दरअसल गर्भावस्था के दौरान प्रोजेस्टेरोन हार्मोन में वृद्धि से आपके शरीर की मांसपेशियों में ढीलापन आता है और इससे आंतों के काम करने की गति भी धीमी हो जाती है। धीमी गति से आंतों का चलना मतलब धीमी पाचन क्रिया। इसी वजह से प्रेगनेंट महिलाओं को कब्ज होता है।
- गर्भाशय पर पड़ने वाले दबाव से : गर्भ में पल रहे शिशु के बढ़ने से महिलाओं के गर्भाशय का आकार बढ़ता है और इस वजह से पेट के निचले हिस्से पर दबाव बनता है। इस कारण गर्भावस्था में कब्ज की समस्या होती है।
- गुदा पर दबाव पड़ने से : गर्भाशय का आकार बढ़ने से महिलाओं के गुदे पर भी इसका दबाव पड़ता है। इस कारण से भी गर्भावती महिलाओं को गर्भावस्था में कब्ज (constipation during pregnancy in hindi) की समस्या होती है।
- आयरन की गोलियां लेने से : गर्भावस्था में खून की कमी दूर करने के लिए महिलाओं को आयरन की गोलियां दी जाती है। क्योंकि आयरन की गोलियों से पाचन प्रणाली में रुकावट आती हैं इसीलिए अत्यधिक मात्रा में आयरन की गोलियों के सेवन से महिलाओं को कब्ज हो सकता है।
- फाइबर युक्त आहार की कमी से : गर्भवती महिलाओं के भोजन में फाइबर युक्त आहार की कमी के कारण गर्भावस्था में कब्ज (constipation during pregnancy in hindi) होता है। फाइबर युक्त आहार में हरी सब्जियां, दलिया, फल अादि शामिल है।
- तनाव से : गर्भावस्था के दौरान महिलाओं में ज्यादा तनाव के कारण कब्ज की समस्या हो सकती है।
- कम पानी पीने से : प्रेगनेंसी में शरीर को अधिक तरल पदार्थ की जरूरत होती है इसीलिए डॉक्टर भरपूर मात्रा में पानी पीने की सलाह देते हैं, लेकिन अगर आपके शरीर को पानी की पर्याप्त मात्रा नहीं मिल पाती तो आपको गर्भावस्था में कब्ज (constipation during pregnancy in hindi) हो सकता है।
- कम एक्टिव (सक्रिय) रहने से : कम एक्टिव या सक्रिय रहने के कारण भी गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था में कब्ज (constipation during pregnancy in hindi) की शिकायत होने की संभावना होती है।

- गर्भावस्था में कब्ज (constipation during pregnancy in hindi) से दूर करने के लिए प्रेगनेंट महिलाओं को फाइबर युक्त आहार अपने रोजमर्रा के भोजन में शामिल करना चाहिए। फाइबर युक्त आहार मेें, बींस, आलू, गोभी, ब्रोकली, टमाटर, गाजर और पत्तेदार सब्जियां शामिल हैं।
- गर्भावस्था में कब्ज (constipation during pregnancy in hindi) की समस्या को दूर करने के लिए आप ज्यादा से ज्यादा फल खा सकती हैं। फलों में आप मुख्यतः केला, खरबूज, नींबू, आम, सेब आदि खा सकती हैं।
- दूध और डेयरी वस्तुओं के सेवन से आप गर्भावस्था में कब्ज (constipation during pregnancy in hindi) की समस्या को दूर रख सकती हैं। इनमें दही, मक्खन, चीज़ आदि खा सकती हैं।
- अगर आपको गर्भावस्था में कब्ज (constipation during pregnancy in hindi) की समस्या है तो आपके लिए सबसे फायदेमंद होगा कि आप दिनभर में कम से कम 12 गिलास पानी पीएं। भरपूर मात्रा में पानी पीने से कब्ज की शिकायत दूर हो सकती है।
- किशमिश को कब्ज दूर करने का रामवाण माना जाता है। गर्भावस्था में रोजाना किशमिश खाने से भी आपको कब्ज की समस्या से छुटकारा मिल सकता है। रोज कुछ सूखे अंगूर या किशमिश को करीब तीन घंटों तक पानी में भिगों कर रखें। इसके बाद पानी से किशमिश को निकाल कर आप उसे चबाकर खा लें। किशमिश खाने से आंतों को ताकत मिलती है और मल त्यागने में किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न नहीं होती।


- गरम पानी के साथ नींबू : नींबू में सिट्रिक एसिड पाया जाता है, इसीलिए इसे पेट साफ करने का सबसे अच्छा उपचार माना जाता है। रोज सुबह एक कप गरम पानी में एक नींबू निचोड़ कर पी लें।
- ईसबगोल : ईसबगोल को पेट से संबंधित हर समस्या का रामबाण इलाज कहा जाता है। यह गर्भावस्था में कब्ज (constipation during pregnancy in hindi) की परेशानी दूर करने में भी मदद करता है।
- जैतून का तेल : पाचन तंत्र ठीक से काम न करने से गर्भावस्था में कब्ज (constipation during pregnancy in hindi) की समस्या होती है। विशेषज्ञ कहते हैं जैतून का तेल पाचन तंत्र को सुचारू रूप से काम करने के लिए उत्तेजित करता है, समय पर इसके इस्तेमाल से कब्ज की समस्या से राहत मिल सकती है। रोज सुबह खाली पेट एक चम्मच जैतून का तेल पीएं।
- पालक : नियमित रूप से पालक का जूस पीने से आपको गर्भावस्था में कब्ज (constipation during pregnancy in hindi) की समस्या से छुटकारा मिल सकता है।
- अरंडी का तेल : रोज रात में सोने से पहले एक चम्मच अरंडी के तेल को एक गिलास दूध में डाल कर पिएं, इससे आपका पेट साफ होगा और आपकी कब्ज की समस्या दूर होगी।
- संतरे का जूस : संतरे के जूस में विटामिन सी और फाइबर पाए जाते हैं। इसीलिए कब्ज की समस्या होने पर संतरे का जूस लेना भी फायदेमंद होता है।
- अलसी के बीज : अलसी के बीजों (flax seed) को हल्की आंच पर थोड़ी देर तक भून लें, उसके बाद उन बीजोंं का पाउडर बना लें। रोजाना एक गिलास पानी में पाउडर को भिगो कर रखें और करीब तीन घंटे के बाद इसे छान कर पी लें।

- रोजाना एक ही समय पर भोजन करें।
- एक बार में भरपेट खाने के बजाए थोड़ी-थोड़ी देर में खाना खाएं।
- फल और हरी सब्जियों को अपने भोजन में शामिल करें।
- चावल और उससे बनी वस्तुओं से परहेज करें।
- तली हुई वस्तुएं न खाएं।
- मैदे से बनी चीजें न खाएं।
- खाना खाने के तुरंत बाद न लेटें।
- भरपूर मात्रा में पानी पिएं।
- कॉफी और कैफीन युक्त पेय पदार्थ न पीएं।
- तनाव न लें।
- हर रोज सुबह योग करें।
- खाना खाने के बाद थोड़ी देर पैदल चलें।
- खुद किसी भी प्रकार की गोलियां या टॉनिक न लें।
- डॉक्टर से जांच जरूर कराएं।

इस ब्लॉग के विषय - 1. क्या प्रेगनेंसी में कब्ज की समस्या आम है? (kya pregnancy me kabj ki samasya aam hai),
2. प्रेगनेंसी में कब्ज की समस्या कब होती है? (pregnancy me kabj ki samasya kab hoti hai),
3. प्रेगनेंसी में कब्ज के लक्षण क्या होते है? (pregnancy me kabj ke lakshan kya hote hai),
4. प्रेगनेंसी में कब्ज होने के क्या कारण होते हैं? (pregnancy me kabj hone ke kya karan hai),
5. प्रेगनेंसी में कब्ज होने पर क्या खाना चाहिए? (pregnancy me kabj hone par kya khana chahiye),
6. प्रेगनेंसी में कब्ज दूर करने के लिए क्या व्यायाम करें? (pregnancy me kabj dur karne ke liye kya exercise kare),
7. प्रेगनेंसी में कब्ज दूर करने के घरेलू उपाय क्या हैं? (pregnancy me kabj dur karne ke liye gharelu upay kya hai),
8. प्रेगनेंसी में कब्ज से कैसे बचें? (pregnancy me kabj se kaise bache),
9. प्रेगनेंसी में कब्ज की समस्या शिशु के लिए कितनी हानिकारक होती है? (pregnancy me kabj ki samasya bacche ke liye kitna hanikarak hoti hai)